दिल की कलम से✍️उड़ने की चाह

दिल की कलम से
✍️

उड़ने की चाह
बरामदे में बनते
चिड़िया के घोंसले 🥰को देख मन में एक खयाल आया,🤔 _

उसके जीने की जद्दोजहद🫡 और दृढ़ता🫣 को देख दिल में एक सवाल पाया 🧐

ना है लोन की खटपट🤗,
ना है 7/12 की झंझट😁,
ना ही कॉरपोरेशन की परमिशन का टेंशन💁,
और ना ही किसी को इम्प्रेस करने का इंटेंशन🙅।

वो ना है बंगले की सोच में🏡,
ना ही उसे चुकाना है फ्लैट🏘️ का लगान,

बस कुछ ही तिनकों 🌿से सजा लिया उसने अपना खूबसूरत जहान♥️।

ना ही limelight की आरजू🙆, ना ही success का अरमान, 🌟✨

हाई प्रोफाइल(🏚️, लो प्रोफाइल🛖
इन बातों से तो वो बिल्कुल ही अनजान🤷।

हम इंसान जहाँ स्टेटस (status) बनाने में व्यस्त 🤭हैं,
वो नन्हा परिंदा बस अपने सपनों में 💕मस्त ☺️है !!!

हाँ, ये भी तो सच है कि—
एक-एक तिनका जोड़कर उसे भी तो है अपने लक्ष्य को 🙌पाना,
पर उसकी मेहनत में मैंने जीवन का मर्म जाना✊।

कब तक बुनती रहूं मैं भी अपने एमबीशन्स(ambitions ) 🙄का ताना-बाना,
थकी-हारी😔 एक कशमकश🥺 में करूं बिनती —
हे प्रभु! 🙏 अगले जन्म में मुझे परिंदा ही बनाना !!!!🕊️
Dr Rupali Karwa Choudhary
Psychiatrist, Pune

#दिलकीकलमसे

#BasedOnTrueStory

#RealLifeStory

#HeartTouchingStory

#IfICouldChangeThatOneRule

#ParentChildBond

#EmotionalRead

#LifeLesson

#ParentingAwareness

#MentalHealthMatters

#PsychiatristSpeaks

#MindfulParenting

Similar Posts